आज ये
फैसला
सरे आम
करता हूँ,
अपने खून का
कतरा कतरा
तेरे
नाम करता हूँ !
जीऊँ तो
तेरे लिए,
ना बचे दूसरा
उद्द्येश्य कोई,
तेरी आँचल में,
दम तोड़ने की
प्रतीक्षा
सुबह-शाम
करता हूँ !
1 comment:
bahut sundar :)
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